जिंदगी   के  हर   दौर में 

मित्र  ही     पैग़ाम     हैं |

शुभ चिंतक बनकर हर पल 

यह   जीने  का  सामान  हैं ||

है मनमीत का  साथ  तो 

प्रसंनता इसका अंजाम  हैं|  

है अगर   हमदर्द  कोई तो 

दिन कटता और शाम  हैं ||

साथी   मेरा   अर्थ     है |  

friendship poetry

 

मैं    अगर  शब्द   हूँ   तो 

हमारा प्रेम क्या कहें प्यारे 

यह तो बिलकुल निःशब्द  है ||

सखा है  सच्चा   साथी 

सखा   ही से   इंसान    है |

सखा की क्या विश्लेषण करू 

सखा   से    ही   भगवान    है ||

मित्र में ख्वाबों  की सूरत 

मित्र में अहसास की सूरत |

friendship poem

 

मित्र में विश्वास की सूरत

मित्र ही है सबसे खूबसूरत ||

कष्ट से जो    खिच     लायें 

ऐसे संगी  से मेरा नाम  हैं |

आज के 6 अगस्त का  दिन 

उसी    साथी  के    नाम है ||